अशोक नीर
अमृतसर।
श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी की मौजूदगी में पांच वर्ष का रिकॉर्ड सील बंद अलमारी में रखा
जांच करने वाले को ही सील खोलने का होगा अधिकारी
इतिहासिक गुरुद्वारा श्री रामर साहिब से गायब हुए श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के 267 पावन स्वरूपों की जांच शुरू करवाने से पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश के बाद इस मामले के साथ जुड़े सारे रिकॉर्ड को सील कर दिया गया है।श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय के अधिकारी की मौजूदगी में एसजीपीसी के पब्लिकेशन व जिल्दसाजी विभाग के कर्मचारियों ने अलमारियों में ताले लगा दिए।तालों कर कपडा बांध कर लाख से उसे इस प्रकार सील कर दिया गया है की कोई भी व्यक्ति अलमारी को खोल कर रिकॉर्ड से छेड़छाड़ न कर सके।रिकॉर्ड को सील करने के लिए गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब पहुंचे श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह वरपाल ने रिकॉर्ड सील करने की पुष्टि की है।ज्ञानी वरपाल के अनुसार रिकॉर्ड सील करने की करवाई जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश के बाद की गयी है।ताकि जांच से पहले रिकॉर्ड में छेड़छाड़ न की जा सके।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के निजी सहायक जसपाल सिंह ने बताया की संगत को इस बात की आंशका थी की रिकॉर्ड के साथ cchedcchad हो सकती है।इसलिए वर्ष 2015 से लेकर 2020 तक रिकॉर्ड सील कर अलमारी में रख दिया गया है।जांच के लिए जिस किसी की नियुक्ति होगी वहीं इस सील की गयी अलमारी को खोल कर रिकॉर्ड निकाल सकेगें।
बीते रविवार एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कार्यकारणी की एक आपात बैठक बुला कर इस संवेदनशील मामले की जांच के लिए श्री जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अपील की थी।जिसमें कहा गया था की इस मामले की जांच किसी रिटायर सिख जज से करवाई जाये।जत्थेदार ने एसजीपीसी के इस आग्रह को स्वीकार कर लिया है।जत्थेदार ने अभी तक इस मामले की जांच के लिए किसी नाम की घोषणा तो नहीं की है,लेकिन जांच से पहले इस मामले के साथ जुड़े सारे रिकॉर्ड को सील कर जत्थेदार ने कुछ स्पस्ट संकेत दे दिए हैं।सिखों की मानसिकता के साथ जुड़े इस मामले की जांच में कोई भी लापरवाही जत्थेदार की साख पर एक बार फिर सवाल खड़े हो सकते हैं।यही कारन है की जत्थेदार ने इस मामले पर अपनी निति स्पस्ट कर दी है।
जानकारी के अनुसार एसजीपीसी ने पब्लिकेशन व् जिल्दबजी विभाग के सभी अधिकारीयों व कर्मचारियों का तबादला कर दिए है।लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही है।